एक दर्द जिसे दुनिया पागलपन कहती है - दिवानापन।

श्री अक्षय भट्ट
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P-123

DATE-28 MAR 22

    कभी भी किसी लड़की के लिए किसी का ना छोड़ों, क्यंकि उनका कोई वजूद या भरोसा नहीं है, कुछ दिन पहले कह देती है, सुनो मेरा रिश्ता हो गया है, अब अपना रास्ता देख लो। हमारी दुनिया आकर हमें ही बदल देती है, और खुद किसी और के साथ चली जाती है, पर शायद इन्हें ये नहीं पता कि अगर वो लड़का औकात पर आ गया न तो क्या हो सकता है, कभी सोचा है। दोस्तो, मैं आपसे पूछता हूं कि क्या इतना आसान है, किसी को छोड़ देना ?  

    प्यार में भी कभी शर्त हो सकता है, फिर तो वो प्यार ही नहीं है, वो तो एक कॉट्रेक्ट है। जिदंगी से खेलना कोई लड़कियों से सिखे, किस तरह अलग हो जाते है, कोई इनसे पूछे। 

    आज मै अपने दिल कि  हाल ब्यान कर रहा हूं, जब वो सुबह मुझे जगाया करती थी, तो मेरा दिन हुआ करता था, जब वो खाने के लिए जबरदस्ती कहा करती थी, तो मै खाया करता था, रात को सोते समय विडियो कॉल पर ही सो जाया करते थे, आज  उनसे  कोई तो  पूछो, आखिर आपको निंद कैसे आ जाती है। 

    अगर पोस्ट पढ़ रही हो तो यही कहना कि तुम भले ही मुझे अपने दिल से निकाल चुकी हो, पर मै तुम्हे आज भी उतनी ही मोहब्बत करता हूं, मै आज भी तुम्हे अपनाने को तैयार हूं। तुमने मुझे इसलिए अलग कर दिया क्युंकि मेरे परिवार ने इसकी सहमती नहीं दी, क्या इसमें मेरा दोष था। 

    खुदा गवाह है कि मै तुम्हे आज भी बड़ी ही सिद्दत के साथ मोहब्बत करता हूं। तुम कल भी मेरे दिल कि मालकिन थी, तुम आज भी हो, तकलिफ इस बात का है कि तुमने जरा सा भी मेरी परवाह ना की, थोड़ा सा भी मेरे लिए सोचती तो मै तुम्हारे लिए पागल ना बनता। 

    तुम्हारे लिए सबको छोड़ दिया, आज कोई मेरा फोन तक उठाने को तैयार नहीं, किसी कहूं अपनी दिल कि बात। तुम्हारे बल पर ही तो लड़ने निकला था, और तुम ही निकल ली। 

    कहने को तो बहुत कुछ है, पर दोस्तों मेरी एक बात याद रखना, कभी किसी लड़की पर भरोसा नहीं करना, क्यूंकि ये पैदा ही बेवफा होती है। वो नासमझ ये कभी भी नहीं समझ पाएंगी कि मै उसे क्या दे सकता था, और जिससे उसने शादी की है, वो उसे क्या नहीं दे सकता। 

    नम आंखो से आज भी यहीं कहते है, अपना ख्याल रखना, तुम दिल में थी, आज भी दिल में ही हो, और जीवन भर दिल में ही रहोगी। 

    और सुनो, तुम्हारी बहुत याद आ रही है। 


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