गिद्धराज जटायु का मंदिर।

श्री अक्षय भट्ट
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 P -170

DATE - 12 FEB 2023  


गिद्धराज जटायु का मंदिर




        छत्तीसगढ़ं के दण्डकारण्य में गिद्धराज जटायु का मंदिर है। यह मंदिर बागली में स्थित है। जब मां सीता का अपहरण कर रालण पुष्पक वमान से लंका जा रहा था तो सबसे पहले जटायु से यहां रावण को रोका था। दण्डकारण्य के आकाश में ही रावण यौर जटायु का युद्ध हुआ और  टाउ के कुछ अंडा दण्डकारण्य में आ गिरे। इन मान्याताओं के भले ही साक्ष्य न हो, लेकि न आस्था और भक्ति को किसी साक्ष्य की आवश्यकता नहीं होती है। टायु की रमा से पहली भेंट पंचवटी में हुई जो ऋषियों की तपोभूमि भी है और सबसे बड़ी बात है यहां पहाड़ के ऊपर शवलिंग पर अनवरत जलधारा का बहना। किंवदंती है कि भवान राम के समय स यह झरना बह रहा है। इस ढरने का स्रोत का कुछ अतापता नहीं है। 

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