P - 252
DATE - 21 JUL 23
भँवर धारा क्या है?
चित्र में एक विद्युतीय क्षेत् दिखलाया गया है, जिसकी दिशा तल के लंबवत अन्दर कि तरफ है। जब इस क्षेत्र में धातु के एक कोर को रख कर उसके विद्युतीय फलक्स में परिवर्तन कराया जाता है, तो विद्युतीय फल्कस में परिवर्तन होने के कारण प्रेरित धारा उत्पन होती है। जिसकी दिशा का मान हम लेंज के नियम से निकाल सकते है।
कभी कभी स्थिती ऐसी होती है, तो कि प्ररित धारा का मान इतना बढ़ जाता है, कि विद्युतीय क्षेत्र में रखा हुआ धातु का कोर जल जाता है। प्रेरित धारा के इस स्वरूप को भँवर धारा कहा जाता है। इसका अविष्कार फोको महोदय ने किया था, इसलिए उनके सम्मान में इसे फोको धारा भी कहा जाता है।
भवँर धारा का उपयोग क्या है?
इसका उपयोग निम्न में होता है-
1. चुंबकिय ब्रेक प्रेरण भट्ठी वमें
2. ट्रांसफॉर्मर में आदि।
भवँर धारा से बचने के उपाय क्या है:-
ट्रांसफॉर्मर को भवँर धारा से बचाने के लिए उसके क्रोड को परतदार बनाया जाता है, जिसे कि ट्रांसफॉर्मर जले नहीं है। अगर क्रोड को परतदार नहीं बनाया जाता है, तो प्रेरित धारा का मान इतना बढ़ जाता, जिसे कि भवँर धारा उत्पन्न हो जाती और क्रोड जल सकता है। जिसे आम भाषा में ट्रांसफॉर्मर का जलना कहा जाता है।
Thank you