फेन उत्प्लावन विधि।

श्री अक्षय भट्ट
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P-116
Date-10 Oct 2021

इस विधि के द्वारा सल्फाइड अयस्कों को गैंग अर्थात अशुद्धियों से मुक्त किया जाता है। यह विधि बहुत ही कारगर साबित होती है।

इसमें अयस्क को तारपीन के तेल में डालकर, बहुत ही तेज प्रवाह में हवा को प्रवाहित किया जाता है, जिसे गाज अथवा फेन पैदा होता है, और सल्फाइड के अयस्क उस फेन के साथ ऊपर तैरने लगते है, एवम अशुद्धियां तली में नीचे बैठ जाती है। अयस्क को छानकर फेन सहित सुखा दिया जाता है। और इस प्रकार प्राप्त अयस्क को संद्रित अयस्क कहते है।
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